गुरुग्राम कोर्ट में जज और वकील में विवाद ने तूल पकड़ा, हाईकोर्ट में जाएगी शिकायत
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सत्य ख़बर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई के दौरान सरकारी वकील तथा बचाव पक्ष के वकील के बीच हुई बहस के मुद्दे ने बवाल मचा दिया है। इसके बाद मामला इतना तूल पकड़ गया कि बार एसोसिएशन के सदस्यों और न्यायाधीश के साथ भी टकराव शुरू हो गया। जिसपर न्यायाधीश ने एक आदेश पारित कर वकील और बार एसोसिएशन के सदस्यों के व्यवहार पर कड़ी टिप्पणी कर दी।
इसके विरोध में बार एसोसिएशन ने न्यायाधीश के खिलाफ हाई कोर्ट में शिकायत करने की चेतावनी दे दी। वहीं दो सप्ताह के लिए उनकी अदालत का बहिष्कार करने का निर्णय किया है, शुक्रवार को उनकी अदालत में वकीलों ने पैरवी नहीं की।
बता दें कि न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमआईसी) की अदालत में एक केस फाइल पर गौर करते हुए पाया कि 2015 से लंबित होने के बावजूद एक मामले में कोई गवाही अभी तक नहीं हुई है। देरी का मुख्य कारण हर दूसरी तारीख पर उपस्थित न होना आरोपी की ओर से अपनाई गई रणनीति है।
न्यायाधीश ने मामले में काफी देरी को देखने के बाद सरकारी वकील को गवाहों के बयान दर्ज करने का निर्देश दिया। बयान दर्ज कराने के दौरान आरोपी के वकील पर्वत सिंह ठाकरान और सरकारी वकील के बीच किसी बात को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। जिसपर अदालत ने अपने आदेश में उल्लेख किया कि पीएस ठाकरान ने सरकारी वकील के खिलाफ अनुचित भाषा और अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल किया। अदालत ने हस्तक्षेप किया और ठाकरान को अदालत की मर्यादा बनाए रखने के लिए कहा, लेकिन वह और अधिक क्रोधित हो गए। उन्होंने अदालत के खिलाफ पक्षपात का करने आरोप लगाना शुरू कर दिया।
अधिवक्ता आरएन यादव ने कहा कि हमने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के खिलाफ एक औपचारिक शिकायत दर्ज करने का फैसला किया है। न्यायाधीश को गुरुग्राम से तत्काल स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। बार के सदस्य 31 जनवरी से दो सप्ताह के लिए जेएमआईसी की अदालत का बहिष्कार करेंगे।
वही जिला अदालत में प्रेक्टिस करने वाले वरिष्ठ वकीलों का कहना था कि जज और वकीलों के विवाद से समाज में न्याय प्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो जाते हैं। इसको तुरंत ही निपटा लेने में ही सभी की भलाई है।